
काशी विद्यापीठ में उठा ये बड़ा मुद्दा, जिसने हिला दी सियासी गलियारे. जानिए पूरा मामला! 13 सितंबर को काशी विद्यापीठ में हुए ‘भारतीय भाषा समागम-2025’ में एक बड़ा मुद्दा सामने आया. इस गरिमामय समारोह में, जहां जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल समेत कई विशिष्ट अतिथि मौजूद थे, प्रसिद्ध साहित्यकार मनोज भावुक ने भोजपुरी भाषा को भारतीय संविधान की 8 वीं अनुसूची में शामिल करने की जोरदार मांग उठाई. उन्हें ‘भारतीय भाषा सम्मान-2025’ से सम्मानित किया गया, और इस मंच पर पहली बार भोजपुरी को मुख्यधारा की भारतीय भाषाओं के साथ सम्मानपूर्वक प्रस्तुत किया गया. इस दौरान तमिल, तेलुगु, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, सिंधी, संस्कृत, ओड़िया, असमिया, नेपाली और बंगाली जैसी अन्य भाषाओं को भी सम्मानित किया गया ।